गणेशमेकदन्तं च हेरम्बं विघ्ननायकम्।
लम्बोदरं शूर्पकर्णं गजवक्त्रं नमाम्यहम्।
आञ्जनेय पंचरत्न स्तोत्र
रामायणसदानन्दं लङ्कादहनमीश्वरम्। चिदात्मानं हनूमन्तं....
Click here to know more..हनुमान चालीसा अर्थ सहित
जय हनुमान ज्ञान गुण सागर । जय कपीश तिहुँ लोक उजागर ॥१। आप ....
Click here to know more..मंत्र जपने से पहले न्यास क्यों करते हैं?