या ह्यम्बा मधुकैटभप्रमथिनी या माहिषोन्मूलिनी
या धूम्रेक्षणचण्डमुण्डमथिनी या रक्तबीजाशिनी।
शक्तिः शुम्भनिशुम्भदैत्यदलिनी या सिद्धिलक्ष्मीः परा
सा दुर्गा नवकोटिविश्वसहिता मां पातु विश्वेश्वरी।।
गणेश पंचाक्षर स्तोत्र
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटिसमप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे द....
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इन्द्रनीलमणिमञ्जुलवर्णः फुल्लनीपकुसुमाञ्चितकर्णः । क....
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शुरू में गणेश जी का सिर हाथी का नहीं था । फिर उन्होंने उसे ....
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