परं धाम परं ब्रह्म परेशं परमीश्वरम्।
विघ्ननिघ्नकरं शान्तं पुष्टं कान्तमनन्तकम्।।
सुरासुरेन्द्रैः सिद्धेन्द्रैः स्तुतं स्तौमि परात्परम्।
सुरपद्मदिनेशं च गणेशं मङ्गलायनम्।।
सरस्वती अष्टक स्तोत्र
अमला विश्ववन्द्या सा कमलाकरमालिनी। विमलाभ्रनिभा वोऽव्....
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कृपासागरायाशुकाव्यप्रदाय प्रणम्राखिलाभीष्टसन्दायका....
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