नरसिंह मंगल पंचक स्तोत्र

घटिकाचलश‍ृङ्गाग्रविमानोदरवासिने।
निखिलामरसेव्याय नरसिंहाय मङ्गलम्।
उदीचीरङ्गनिवसत्सुमनस्तोमसूक्तिभिः।
नित्याभिवृद्धयशसे नरसिंहाय मङ्गलम्।
सुधावल्लीपरिष्वङ्गसुरभीकृतवक्षसे।
घटिकाद्रिनिवासाय श्रीनृसिंहाय मङ्गलम्।
सर्वारिष्टविनाशाय सर्वेष्टफलदायिने।
घटिकाद्रिनिवासाय श्रीनृसिंहाय मङ्गलम्।
महागुरुमनःपद्ममध्यनित्यनिवासिने।
भक्तोचिताय भवतात् मङ्गलं शाश्वती समाः।

 

Ramaswamy Sastry and Vighnesh Ghanapaathi

29.3K

Comments

qwjid

Other stotras

Copyright © 2024 | Vedadhara | All Rights Reserved. | Designed & Developed by Claps and Whistles
| | | | |