आत्मेश्वर पञ्चरत्न स्तोत्र
वेदान्तार्थविचक्षणैरतितरां ब्रह्मेति यः कथ्यतेऽ- प्यन�....
Click here to know more..अंबिका स्तव
स्मितास्यां सुरां शुद्धविद्याङ्कुराख्यां मनोरूपिणीं �....
Click here to know more..दुर्गा सप्तशती हिंदी में
जगत नियन्ता जगपति, हे जग के आधार । लम्बोदर विघ्नेश हे, कर द�....
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