ॐ रोहणी रुद्राक्षी मनकरिन्द्री नमः । रुद्राक्षीयायां गंड संसारं पारवितं फूल माला जडयायामी जयमीस्यामी जमीस्यामी प्रलानी प्रलानी नमः । रुद्राक्षी बुटी सफलं करीयामी मूर मूरगामी यशस्वी स्वः । ज्या बूटी मोरी वाणी बुंटी दामिनी दामिमि स्वः । रमणी रमणी नमः नमः । इस मंत्र से रुद्राक्ष अभिमंत्रित करने से वह सिद्ध हो जाता है ।
प्रेम, आत्म-संयम, और ईश्वर में विश्वास के बिना जीवन अपना असली उद्देश्य खो देता है। प्रेम करुणा को पोषित करता है, अनुशासन से विकास होता है, और ईश्वर में विश्वास शांति लाता है। इनके बिना, अस्तित्व खाली हो जाता है, जिसमें न तो दिशा होती है, न ही संतोष। एक सार्थक जीवन इन आधारों पर टिका होता है, जो व्यक्ति को आंतरिक शांति और आध्यात्मिक आनंद की ओर ले जाता है।