हर मंत्र को सिद्ध करने के लिए उसके लिए बतायी गयी उतनी संख्या जाप करना जरूरी होता है। उतनी बार जाप करने से मंत्र सिद्ध होता है। कोई मंत्र एक ही दिन में, कोई मंत्र ७ दिनों में और कोई मंत्र २१ दिनों में सिद्ध होता है।
व्यास महर्षि ने महाभारत लिखा। उनके शिष्य वैशम्पायन ने जनमेजय के सर्प यज्ञ स्थल पर महाभारत सुनाया। उग्रश्रवा सौति वहां उपस्थित थे और उन्होंने वैशम्पायन की कथा के आधार पर नैमिषारण्य आकर वहां ऋषियों को सुनाया। आज हमारे पास जो महाभारत है वह यही है।
ॐ नीलाम्बराय विद्महे शूलधराय धीमहि। तन्नो राहुः प्रचोदयात्।....
ॐ नीलाम्बराय विद्महे शूलधराय धीमहि।
तन्नो राहुः प्रचोदयात्।