भगवान शिव में विलय हो जाने को शिव योग कहते हैं। कोई भी व्यक्ति जिसका भगवान शिव में विलय हो चुका है या इसके लिए बताये गये अभ्यास का आचरण कर रहा है, वह है शिव योगी।
अग्निपुराण में कहा है जो गंगाजी का दर्शन, स्पर्श, जलपान या मात्र गंगा नाम का उच्चार करता है वह अपनी सैकडों हजारों पीढियों के लोगों को पवित्र कर देता है।
निद्रा देवी श्री हरी के आंखों से निकलकर आकाश में जाकर खडी हो गई
शशिकला मन से सुदर्शन को पति के रूप में वरण करती है
मीनाक्षी मणिमाला अष्टक स्तोत्र
मधुरापुरनायिके नमस्ते मधुरालापिशुकाभिरामहस्ते । मलयध�....
Click here to know more..