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धर्म सेवक हैं ‌आप -Himanshu kumar

हमारे परिवार को स्वास्थ्य खुशी प्रचुरता सुरक्षा और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए प्रार्थना करता हूं 🙏 -राकेश सिसौदिया

बहुत लाभ हो रहा है ️️️️️️️️️️️️.. बहुत बहुत धन्यवाद -उदित त्यागी

प्रणाम। अलौकिक आनंद की अनुभूति प्रदान करने के लिए हार्दिक आभार। -User_sn0n7f

वेदधारा चैनल पर जितना ज्ञान का भण्डार है उतना गुगल पर सर्च करने पर सटीक जानकारी प्राप्त नहीं हो सकती है। बहुत ही सराहनीय कदम है -प्रमोद कुमार

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आद्याशक्ति किसको कहते हैं?

ब्रह्मवैवर्तपुराण.प्रकृति.२.६६.७ के अनुसार, विश्व की उत्पत्ति के समय देवी जिस स्वरूप में विराजमान रहती है उसे आद्याशक्ति कहते हैं। आद्याशक्ति ही अपनी इच्छा से त्रिगुणात्मिका बन जाती है।

रामायण में विभीषण ने रावण का पक्ष छोड़कर राम का साथ क्यों दिया?

रावण के दुष्कर्म , विशेष रूप से सीता के अपहरण के प्रति विभीषण के विरोध और धर्म के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें रावण से अलग होकर राम के साथ मित्रता करने के लिए प्रेरित किया। उनका दलबदल नैतिक साहस का कार्य है, जो दिखाता है कि कभी-कभी व्यक्तिगत लागत की परवाह किए बिना गलत काम के खिलाफ खड़ा होना जरूरी है। यह आपको अपने जीवन में नैतिक दुविधाओं का सामना करने पर कठोर निर्णय लेने में मदद करेगा।

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इनमें से कौन योग के साथ नहीं जुडे हैं ?

उप प्रागाद्देवो अग्नी रक्षोहामीवचातनः । दहन्न् अप द्वयाविनो यातुधानान् किमीदिनः ॥१॥ प्रति दह यातुधानान् प्रति देव किमीदिनः । प्रतीचीः कृष्णवर्तने सं दह यातुधान्यः ॥२॥ या शशाप शपनेन याघं मूरमादधे । या रसस्य हरण�....

उप प्रागाद्देवो अग्नी रक्षोहामीवचातनः ।
दहन्न् अप द्वयाविनो यातुधानान् किमीदिनः ॥१॥
प्रति दह यातुधानान् प्रति देव किमीदिनः ।
प्रतीचीः कृष्णवर्तने सं दह यातुधान्यः ॥२॥
या शशाप शपनेन याघं मूरमादधे ।
या रसस्य हरणाय जातमारेभे तोकमत्तु सा ॥३॥
पुत्रमत्तु यातुधानीः स्वसारमुत नप्त्यम् ।
अधा मिथो विकेश्यो वि घ्नतां यातुधान्यो वि तृह्यन्तामराय्यः ॥४॥

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