ऋग्वेद मण्डल १०. सूक्त ८५ में स्त्रीधन का उल्लेख है। वेद में स्त्रीधन के लिए शब्द है- वहतु। इस सूक्त में सूर्यदेव का अपनी पुत्री को वहतु के साथ विदा करने का उल्लेख है।
पद्म पुराण पाताल खंड में संतान प्राप्ति के लिए तीन उपाय बताये गये हैं- भगवान विष्णु का प्रसाद, भगवान शंकर का प्रसाद और गौ माता का प्रसाद।
भागवत को सुनने से भगवान हमारे शरीर के बारह अंगों में आकर रहने लगते हैं
नैना देवी की आरती
तेरा अद्भुत रूप निराला, आजा! मेरी नैना माई ए । तुझपै तन मन ध....
Click here to know more..शारदा स्तोत्र
नमस्ते शारदे देवि काश्मीरपुरवासिनि। त्वामहं प्रार्थये ....
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