160.0K
24.0K

Comments

Security Code

03136

finger point right
यह वेबसाइट ज्ञान का अद्वितीय स्रोत है। -रोहन चौधरी

शास्त्रों पर स्पष्ट और अधिकारिक शिक्षाओं के लिए गुरुजी को हार्दिक धन्यवाद -दिवाकर

आपका प्रयास सराहनीय है,आप सनातन संस्कृति को उन्नति के शिखर पर ले जा रहे हो हमारे जैसे अज्ञानी भी आप के माध्यम से इन दिव्य श्लोकों का अनुसरण कर अपने जीवन को सार्थक बनाने में लगे हैं🙏🙏🙏 -User_soza7d

Yeah website hamare liye to bahut acchi hai Sanatan Dharm ke liye ek Dharm ka kam kar rahi hai -User_sn0rcv

आपकी वेबसाइट अद्वितीय और शिक्षाप्रद है। -प्रिया पटेल

Read more comments

Knowledge Bank

द्वारका किस समुद्र में डूबी हुई है?

अरब सागर में।

श्रीराम जी का अचल स्वरूप

श्रीराम जी न तो कहीं जाते हैं, न कहीं ठहरते हैं, न किसी के लिए शोक करते हैं, न किसी वस्तु की आकांक्षा करते हैं, न किसी का परित्याग करते हैं, न कोई कर्म करते हैं। वे तो अचल आनन्दमूर्ति और परिणामहीन हैं, अर्थात उनमें कोई परिवर्तन नहीं होता। केवल माया के गुणों के संबंध से उनमें ये बातें होती हुई प्रतीत होती हैं। श्रीराम जी परमात्मा, पुराणपुरुषोत्तम, नित्य उदय वाले, परम सुख से सम्पन्न और निरीह अर्थात् चेष्टा से रहित हैं। फिर भी माया के गुणों से सम्बद्ध होने के कारण उन्हें बुद्धिहीन लोग सुखी अथवा दुखी समझ लेते हैं।

Quiz

राजा नहुष अगस्त्य महर्षि के शाप वश इन्द्र से अजगर बन गया था । उन्हें शाप से किसने मुक्त किया ?

Recommended for you

अपरा मुक्ति और परा मुक्ति

अपरा मुक्ति और परा मुक्ति

गीता अपरा मुक्ति को भी पार करके परा मुक्ति की ओर ले जाती ह�....

Click here to know more..

उपवास के नियम

उपवास के नियम

उपवास के नियम....

Click here to know more..

श्रीधर पंचक स्तोत्र

श्रीधर पंचक स्तोत्र

कारुण्यं शरणार्थिषु प्रजनयन् काव्यादिपुष्पार्चितो वे�....

Click here to know more..