पाशाङ्कुशाभयवरान् दधानं कञ्जहस्तया।
पत्न्याश्लिष्टं रक्ततनुं त्रिनेत्रं गणपं भजे।
धैर्य लक्ष्मी अष्टोत्तर शत नामावलि
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीम्। धैर्यलक्ष्म्यै नमः । अपूर्वायै नम�....
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जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महाद�....
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ब्राह्म मुहूर्त में जागरण: शांति, ताजगी, और ऊर्जा से भरी स�....
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