कालि कालि महाकालि भद्रकालि नमोऽस्तु ते।
कुलं च कुलधर्मं च मां च पालय पालय।
भद्रकालि नमस्तुभ्यं भद्रे विद्रावितासुरे।
रुद्रनेत्राग्निसंभूते भद्रमाशु प्रयच्छ मे।
चण्डिका अष्टक स्तोत्र
सहस्रचन्द्रनित्दकातिकान्तचन्द्रिकाचयै- दिशोऽभिपूरयद�....
Click here to know more..अंगारक अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र
ॐ क्राँ क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः ॥ ॐ महीसुतो महाभागो मङ्ग....
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