करवाणि वाणि किं वा जगति प्रचयाय धर्ममार्गस्य।
कथयाशु तत्करोम्यहमहर्निशं तत्र मा कृथा विशयम्।
गणनां विधाय मत्कृतपापानां किं धृताक्षमालिकया।
तान्ताद्याप्यसमाप्तेर्निश्चलतां पाणिपङ्कजे धत्से।
विविधाशया मदीयं निकटं दूराज्जनाः समायान्ति।
तेषां तस्याः कथमिव पूरणमहमम्ब सत्वरं कुर्याम्।
गतिजितमरालगर्वां मतिदानधुरन्धरां प्रणम्रेभ्यः।
यतिनाथसेवितपदामतिभक्त्या नौमि शारदां सदयाम्।
जगदम्बां नगतनुजाधवसहजां जातरूपतनुवल्लीम्।
नीलेन्दीवरनयनां बालेन्दुकचां नमामि विधिजायाम्।
भारो भारति न स्याद्वसुधायास्तद्वदम्ब कुरु शीघ्रम्।
नास्तिकतानास्तिकताकरणात्कारुण्यदुग्धवाराशे।
निकटेवसन्तमनिशं पक्षिणमपि पालयामि करतोऽहम्।
किमु भक्तियुक्तलोकानिति बोधार्थं करे शुकं धत्से।
श‍ृङ्गाद्रिस्थितजनतामनेकरोगैरुपद्रुतां वाणि।
विनिवार्य सकलरोगान्पालय करुणार्द्रदृष्टिपातेन।
मद्विरहादतिभीतान्मदेकशरणानतीव दुःखार्तान्।
मयि यदि करुणा तव भो पालय श‍ृङ्गाद्रिवासिनो लोकान्।
सदनमहेतुकृपाया रदनविनिर्धूतकुन्दगर्वालिम्।
मदनान्तकसहजातां सरसिजभवभामिनीं हृदा कलये।

 

Ramaswamy Sastry and Vighnesh Ghanapaathi

110.2K
16.5K

Comments Hindi

Security Code

39923

finger point right
आपकी वेबसाइट बहुत ही मूल्यवान जानकारी देती है। -यशवंत पटेल

बहुत अच्छी अच्छी जानकारी प्राप्त होती है 🙏🌹🙏 -Manjulata srivastava

वेदधारा की वजह से मेरे जीवन में भारी परिवर्तन और सकारात्मकता आई है। दिल से धन्यवाद! 🙏🏻 -Tanay Bhattacharya

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 -मदन शर्मा

वेदधारा से जुड़ना एक आशीर्वाद रहा है। मेरा जीवन अधिक सकारात्मक और संतुष्ट है। -Sahana

Read more comments

Other languages: EnglishTamilMalayalamTeluguKannada

Recommended for you

गणनायक स्तोत्र

गणनायक स्तोत्र

गुणग्रामार्चितो नेता क्रियते स्वो जनैरिति। गणेशत्वेन श....

Click here to know more..

तोटकाष्टक

तोटकाष्टक

विदिताखिलशास्त्रसुधाजलधे महितोपनिषत्कथितार्थनिधे। ह�....

Click here to know more..

दुर्गा सप्तशती - मूर्ति रहस्य

दुर्गा सप्तशती - मूर्ति रहस्य

अथ मूर्तिरहस्यम् । ऋषिरुवाच । नन्दा भगवती नाम या भविष्य�....

Click here to know more..