ॐ गणञ्जयो गणपतिर्हेरम्बो धरणीधरः।ॐ गणञ्जयो गणपतिर्हेरम्बो धरणीधरः।महागणपतिर्लक्षप्रदः क्षिप्रप्रसादनः।अमोघसिद्धिरमितो मन्त्रश्चिन्तामणिर्निधिः।सुमङ्गलो बीजमाशापूरको वरदः शिवः।काश्यपो नन्दनो वाचासिद्धो ढुण्ढिर्विनायकः।मोदकैरेभिरत्रैकविंशत्या नामभिः पुमान्।यः स्तौति मद्गतमना ममाराधनतत्परः।स्तुतो नाम्नां सहस्रेण तेनाहं नात्र संशयः।नमो नमः सुरवरपूजिताङ्घ्रये नमो नमो निरुपममङ्गलात्मने।नमो नमो विपुलकरैकसिद्धये नमो नमः करिकलमाननाय ते।किङ्किणीगणरणितस्तव चरणः प्रकटितगुरुमितिचारित्रगणः।मदजललहरिकलितकपोलः शमयतु दुरितङ्गणपतिनृपनामा।

 

Ramaswamy Sastry and Vighnesh Ghanapaathi

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वेदधारा का प्रभाव परिवर्तनकारी रहा है। मेरे जीवन में सकारात्मकता के लिए दिल से धन्यवाद। 🙏🏻 -Anjana Vardhan

इस परोपकारी कार्य में वेदधारा का समर्थन करते हुए खुशी हो रही है -Ramandeep

वेदधारा से जब से में जुड़ा हूं मुझे अपने जीवन में बहुत कुछ सीखने को मिला वेदधारा के विचारों के माध्यम से हिंदू समाज के सभी लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए। -नवेंदु चंद्र पनेरु

Ye sanatani ke dharohar hai. Every Hindu should know our legacy. -Manoranjan Panda

आपके वेदधारा ग्रुप से मुझे अपार ज्ञान प्राप्त होता है, मुझे गर्व कि मैं सनातनी हूं और सनातन धर्म में ईश्वर ने मुझे भेजा है । आपके द्वारा ग्रुप में पोस्ट किए गए मंत्र और वीडियों को में प्रतिदिन देखता हूं । -Dr Manoj Kumar Saini

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