सदञ्चितमुदञ्चित- निकुञ्चितपदं झलझलञ्चलित- मञ्जुकटकं
पतञ्जलिदृगञ्जन- मनञ्जनमचञ्चलपदं जननभञ्जनकरम्|
कदम्बरुचिमम्बरवसं परममम्बुदकदम्ब- कविडम्बकगलं
चिदम्बुधिमणिं बुधहृदम्बुजरविं परचिदम्बरनटं हृदि भज|
हरं त्रिपुरभञ्जनमनन्त- कृतकङ्कणमखण्ड- दयमन्तरहितं
विरिञ्चिसुरसंहति- पुरन्धरविचिन्तितपदं तरुणचन्द्रमकुटम्।
परं पदविखण्डितयमं भसितमण्डिततनुं मदनवञ्चनपरं
चिरन्तनममुं प्रणवसञ्चितनिधिं परचिदम्बरनटं हृदि भज|
अवन्तमखिलं जगदभङ्गगुणतुङ्गममतं धृतविधुं सुरसरित्-
तरङ्गनिकुरुम्ब- धृतिलम्पटजटं शमनदम्भसुहरं भवहरम्।
शिवं दशदिगन्तरविजृम्भितकरं करलसन्मृगशिशुं पशुपतिं
हरं शशिधनञ्जयपतङ्गनयनं परचिदम्बरनटं हृदि भज|
अनन्तनवरत्नविलसत्कटक- किङ्किणिझलं झलझलं झलरवं
मुकुन्दविधिहस्तगत- मद्दललयध्वनिधिमिद्धिमित- नर्तनपदम्।
शकुन्तरथ बर्हिरथ नन्दिमुखभृङ्गि- रिटिसङ्घनिकटं भयहरं
सनन्दसनकप्रमुख- वन्दितपदं परचिदम्बरनटं हृदि भज|
अनन्तमहसं त्रिदशवन्द्यचरणं मुनिहृदन्तरवसन्तममलं
कबन्धवियदिन्द्ववनि- गन्धवहवह्निमखबन्धुरवि- मञ्जुवपुषम्।
अनन्तविभवं त्रिजगदन्तरमणिं त्रिनयनं त्रिपुरखण्डनपरं
सनन्दमुनिवन्दितपदं सकरुणं परचिदम्बरनटं हृदि भज|
अचिन्त्यमलिवृन्द- रुचिबन्धुरगलं कुरितकुन्द- निकुरुम्बधवलं
मुकुन्दसुरवृन्द- बलहन्तृकृतवन्दन- लसन्तमहिकुण्डलधरम्।
अकम्पमनुकम्पितरतिं सुजनमङ्गलनिधिं गजहरं पशुपतिं
धनञ्जयनुतं प्रणतरञ्जनपरं परचिदम्बरनटं हृदि भज|
परं सुरवरं पुरहरं पशुपतिं जनितदन्तिमुख- षण्मुखममुं
मृडं कनकपिङ्गलजटं सनकपङ्कजरविं सुमनसां हिमरुचिम्।
असङ्घमनसं जलधिजन्मगरलं कवलयन्तमतुलं गुणनिधिं
सनन्दवरदं शमितमिन्दुवदनं परचिदम्बरनटं हृदि भज|
अजं क्षितिरथं भुजगपुङ्गवगुणं कनकशृङ्गिधनुषं करलसत्-
कुरङ्गपृथुटङ्कपरशुं रुचिरकुङ्कुमरुचिं डमरुकं च दधतम्।
मुकुन्दविशिखं नमदवन्ध्यफलदं निगमवृन्दतुरगं निरुपमं
स चण्डिकममुं झटिति संहृतपुरं परचिदम्बरनटं हृदि भज|
अनङ्गपरिपन्थिनमजं क्षितिधुरन्धरमलं करुणयन्तमखिलं
ज्वलन्तमनलं दधतमन्तकरिपुं सततमिन्द्रसुरवन्दितपदम्।
उदञ्चदरविन्दकुल- बन्धुशतबिम्बरुचिसंहति- सुगन्धिवपुषं
पतञ्जलिनुतं प्रणवपञ्जरशुकं परचिदम्बरनटं हृदि भज|
इति स्तवममुं भुजगपुङ्गवकृतं प्रतिदिनं पठति यः कृतमुखः
सदःप्रभुपदद्वितय- दर्शनपदं सुललितं चरणशृङ्गरहितम्।
सरःप्रभवसम्भव- हरित्पतिहरिप्रमुख- दिव्यनुतशङ्करपदं
स गच्छति परं न तु जनुर्जलनिधिं परमदुःखजनकं दुरितदम्|

 

Ramaswamy Sastry and Vighnesh Ghanapaathi

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