सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्।
उज्जयिन्यां महाकालमोङ्कारममरेश्वरम्।
परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमशङ्करम्।
सेतुबन्धे तु रामेशं नागेशं दारुकावने।
वाराणस्यां तु विश्वेशं त्र्यंबकं गोमतीतटे।
हिमालये तु केदारं घुश्मेशं च शिवालये।
एतानि ज्योतिर्लिङ्गानि सायंप्रातः पठेन्नरः।
सप्तजन्मकृतं पापं स्मरणेन विनश्यति।
एतेशां दर्शनादेव पातकं नैव तिष्ठति।
कर्मक्षयो भवेत्तस्य यस्य तुष्टा महेश्वराः।

 

Ramaswamy Sastry and Vighnesh Ghanapaathi

175.2K
26.3K

Comments Hindi

Security Code

66344

finger point right
वेदधारा चैनल पर जितना ज्ञान का भण्डार है उतना गुगल पर सर्च करने पर सटीक जानकारी प्राप्त नहीं हो सकती है। बहुत ही सराहनीय कदम है -प्रमोद कुमार

वेदधारा को हिंदू धर्म के भविष्य के प्रयासों में देखकर बहुत खुशी हुई -सुभाष यशपाल

आपको नमस्कार 🙏 -राजेंद्र मोदी

बहुत बढिया चेनल है आपका -Keshav Shaw

आपकी वेबसाइट से बहुत कुछ जानने को मिलता है।🕉️🕉️ -नंदिता चौधरी

Read more comments

Other languages: EnglishTamilMalayalamTeluguKannada

Recommended for you

हयानन पंचक स्तोत्र

हयानन पंचक स्तोत्र

उरुक्रममुदुत्तमं हयमुखस्य शत्रुं चिरं जगत्स्थितिकरं व�....

Click here to know more..

अर्धनारीश्वर अष्टोत्तर शतनामावलि

अर्धनारीश्वर अष्टोत्तर शतनामावलि

ॐ अखिलाण्डकोटिब्रह्माण्डरूपाय नमः । ॐ अज्ञानध्वान्तदी�....

Click here to know more..

दुर्गा सूक्त

दुर्गा सूक्त

ॐ जातवेदसे सुनवाम सोम मरातीयतो निदहाति वेदः । स नः पर्षद�....

Click here to know more..