सरस्वती स्तव
विराजमानपङ्कजां विभावरीं श्रुतिप्रियां वरेण्यरूपिणीं....
Click here to know more..दुर्गा प्रणति पंचक स्तोत्र
त्वं पद्मास्या हसितमधुरं सौरभं तन्वती स्वं मोहस्तोमं ह�....
Click here to know more..आकर्षण के लिए रति देवी मंत्र
ॐ ईं क्लीं नमो भगवति रतिविद्ये महामोहिनि कामेशि सर्वलोक�....
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