Comments
वेदधारा को हिंदू धर्म के भविष्य के प्रयासों में देखकर बहुत खुशी हुई -सुभाष यशपाल
जय माधव आपकी वेबसाइट शानंदार है सभी लोगो को इससे लाभ होगा। जय श्री माधव -Gyan Prakash Awasthi
गुरुजी की शास्त्रों पर अधिकारिकता उल्लेखनीय है, धन्यवाद 🌟 -Tanya Sharma
आपकी वेबसाइट से बहुत कुछ सीखने को मिलता है।🙏 -आर्या सिंह
वेदधारा का कार्य अत्यंत प्रशंसनीय है 🙏 -आकृति जैन
Read more comments
Knowledge Bank
इन परिस्थितियों में, सूतक (मृत्यु या जन्म के कारण अशुद्धि) लागू नहीं होती
यदि ये समारोह पहले ही शुरू हो चुके हैं, तो अशुद्धि की खबर आने पर इन्हें बंद करने की आवश्यकता नहीं है - उपनयन, यज्ञ, विवाह, श्राद्ध, हवन, पूजा, जाप। लेकिन यदि खबर समारोह शुरू होने से पहले आती है, तो शुरू नहीं करना चाहिए।
रामचरितमानस कितने दिन पढ़ना है?
रामचरितमानस पढ़ने के दो विधान हैं - १. नवाह्न पाठ - जिसमें संपूर्ण मानस का पाठ नौ दिनों में किया जाता है। २. मासिक पाठ - जिसमें पाठ एक मास की अवधि में संपन्न किया जाता है।