महाभारत के युद्ध में कुल मिलाकर १८ अक्षौहिणी सेना समाप्त हुई। एक अक्षौहिणी में २१,८७० रथ, २१,८७० हाथी, ६५, ६१० घुड़सवार एवं १,०९,३५० पैदल सैनिक होते हैं।
महाभारत अनुशासनपर्व.८३.१४ के अनुसार गोलोक देवताओं के लोकों के ऊपर है- देवानामुपरिष्टाद् यद् वसन्त्यरजसः सुखम्।
काको न गरुडायते
बडे आसन पर या बडे स्थान पर बैठने पर कोई अधम मनुष्य उत्तम न�....
Click here to know more..चिदानन्दरूपः शिवोऽहं शिवोऽहम्
मनोबुद्ध्यहङ्कारचित्तानि नाहं न च श्रोत्रजिह्वे न च घ्�....
Click here to know more..कृष्ण वरद स्तुति
दूरदूरमुपारुह्य पततामपि चान्तरा सकृदाक्रन्दनेनैव वरद�....
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