गङ्गा पापं शशी तापं दैन्यं कल्पतरुस्तथा ।

पापं तापं तथा दैन्यं हन्ति सज्जनसङ्गमः‌ ।।

गंगा नदी पाप को मिटाती है, चंद्र ताप को मिटाता है और कल्पतरु दीनता को मिटाती है | पर सज्जनों का संगम इन तीनों को मिटा सकता है |

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वेदधारा का कार्य सराहनीय है, धन्यवाद 🙏 -दिव्यांशी शर्मा

Ram Ram -Aashish

आपकी वेबसाइट से बहुत कुछ जानने को मिलता है।🕉️🕉️ -नंदिता चौधरी

नियम से आपका चैनल देखता हूं पूजन मंत्र की जानकारी मिलती है मन प्रसन्न हो जाता है आपका आभार धन्यवाद। मुझे अपने साथ जोड़ने का -राजेन्द्र पाण्डेय

जो लोग पूजा कर रहे हैं, वे सच में पवित्र परंपराओं के प्रति समर्पित हैं। 🌿🙏 -अखिलेश शर्मा

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विदुर की भक्ति: धन से परे सच्ची महानता

विदुर, राजा धृतराष्ट्र के सौतेले भाई, अपने धर्म के गहरे ज्ञान और धर्म के प्रति अटूट समर्पण के लिए प्रसिद्ध थे। जब कृष्ण महायुद्ध से पहले शांति वार्ता के लिए हस्तिनापुर आए, तो उन्होंने राजमहल के बजाय विदुर के विनम्र निवास में ठहरने का चयन किया। अपने साधारण साधनों के बावजूद, विदुर ने कृष्ण की अत्यंत भक्ति और प्रेम के साथ सेवा की, सरल भोजन के साथ महान आतिथ्य का प्रदर्शन किया। कृष्ण का यह चयन विदुर की सत्यनिष्ठा और उनकी भक्ति की पवित्रता को दर्शाता है, जो भौतिक संपत्ति और शक्ति से परे है। यह कहानी सच्चे आतिथ्य के मूल्य और नैतिक सत्यनिष्ठा के महत्व को सिखाती है। यह बताती है कि सच्ची महानता और दिव्य कृपा का निर्धारण किसी की सामाजिक स्थिति या धन से नहीं होता, बल्कि हृदय की निष्कपटता और पवित्रता से होता है। कृष्ण के प्रति विदुर की विनम्र सेवा इस बात का उदाहरण है कि जीवन में किसी की स्थिति की परवाह किए बिना, दयालुता और भक्ति के कार्य ही वास्तव में महत्वपूर्ण हैं।

गणेश जी की पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

गणेश जी की पूजा करते समय बोलने के लिए सरल और प्रभावशाली मंत्र है - ॐ गँ गणपतये नमः ।

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