कुंडेश्वर महादेव की आरादना ॐ नमः शिवाय - इस पंचाक्षर मंत्र से या ॐ कुण्डेश्वराय नमः - इस नाम मंत्र से की जा सकती है।
पुराणशास्त्र के चार कल्प हैं: १. वैदिक कल्प २. वेदव्यासीय कल्प ३. लोमहर्षणीय कल्प ४. औग्रश्रवस कल्प
राजा मोरध्वज की बाईं आंख से ही क्यों आंसू आए, इसका रहस्य
उन दिनों मनुष्य की महानता उसके पास जो कुछ था उससे नहीं, बल�....
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बदरिकाश्रम में निवास करनेवाले ऋषि नारायण, नरों में उत्त�....
Click here to know more..कृष्णवेणी स्तोत्र
विभिद्यते प्रत्ययतोऽपि रूपमेकप्रकृत्योर्न हरेर्हरस्य....
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