रावण के परदादा थे ब्रह्मा जी। ब्रह्मा जी के पुत्र पुलस्त्य रावण के दादा थे।
ब्रह्मा-मरीचि-कश्यप-विवस्वान-वैवस्वत मनु-इक्ष्वाकु-विकुक्षि-शशाद-ककुत्सथ-अनेनस्-पृथुलाश्व-प्रसेनजित्-युवनाश्व-मान्धाता-पुरुकुत्स-त्रासदस्यु-अनरण्य-हर्यश्व-वसुमनस्-सुधन्वा-त्रय्यारुण-सत्यव्रत-हरिश्चन्द्र-रोहिताश्व-हारीत-चुञ्चु-सुदेव-भरुक-बाहुक-सगर-असमञ्जस्-अंशुमान-भगीरथ-श्रुत-सिन्धुद्वीप-अयुतायुस्-ऋतुपर्ण-सर्वकाम-सुदास्-मित्रसह-अश्मक-मूलक-दिलीप-रघु-अज-दशरथ-श्रीराम जी
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का अर्थ
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का अर्थ, जापने के फायदे और जा�....
Click here to know more..मायारूपी कुएँ से बचने का उपाय
श्रीधर पंचक स्तोत्र
कारुण्यं शरणार्थिषु प्रजनयन् काव्यादिपुष्पार्चितो वे�....
Click here to know more..