कबीरदास जी के अनुसार आदि राम - एक राम दशरथ का बेटा, एक राम घट घट में बैठा, एक राम का सकल उजियारा, एक राम जगत से न्यारा - हैं। दशरथ के पुत्र राम परमात्मा, जगत की सृष्टि और पालन कर्ता हैं।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यम् मंत्र जापने से शिव जी की कृपा, सद्बुद्धि का विकास, धन की प्राप्ति, अभीष्टों की सिद्धि, स्वास्थ्य, संतान इत्यादियों की प्राप्ति होती है।
रामायण से सीखिये मानव जीवन के आदर्श
आसुरी शक्तियों से रक्षा के लिए राम मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्ष्रौं खरान्तकाय कालाग्निरूपाय रामभद्रा....
Click here to know more..शाकम्भरी अष्टोत्तर शतनामावलि
अस्य श्री शाकम्भरी-अष्टोत्तरशतनामावलिमहामन्त्रस्य ब्�....
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