रावण के परदादा थे ब्रह्मा जी। ब्रह्मा जी के पुत्र पुलस्त्य रावण के दादा थे।
स्नान करते समय बोलनेवाले के तेज को वरुणदेव हरण कर लेते हैं। हवन करते समय बोलनेवाले की संपत्ति को अग्निदेव हरण कर लेते हैं। भोजन करते समय बोलनेवाले की आयु को यमदेव हरण कर लेते हैं।
मन पढ़ने जैसी चमत्कारिक शक्तियों को प्राप्त करने के लिए गणेश मंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गणेशाय ब्रह्मरूपाय चारवे सर्वसिद्ध�....
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