गौ माता सुरभि को गोलोक में भगवान श्रीकृष्ण ने अपने शरीर के बाएं हिस्से से उत्पन्न किया। सुरभि के रोम रोम से बछड़ों के साथ करोड़ों में गायें उत्पन्न हुई।
पीत पीतांबर मूसा गाँधी ले जावहु हनुमन्त तु बाँधी ए हनुमन्त लङ्का के राउ एहि कोणे पैसेहु एहि कोणे जाहु। मंत्र को सिद्ध करने के लिए किसी शुभ समय पर १०८ बार जपें और १०८ आहुतियों का हवन करें। जब प्रयोग करना हो, स्नान करके इस मंत्र को २१ बार पढें। फिर पाँच गाँठ हल्दी और अक्षता हाथ में लेकर पाँच बार मंत्र पढकर फूंकें और उस स्थान पर छिडक दें जहां चूहे का उपद्रव हो।
सूर्य भगवान का जन्म
शांति और समृद्धि के लिए भगवान विष्णु का मंत्र
ॐ नमो भगवते विष्णवे श्रीसालिग्रामनिवासिने सर्वाभीष्टफ�....
Click here to know more..लक्ष्मी लहरी स्तोत्र
समुन्मीलन्नीलाम्बुजनिकरनीराजितरुचा- मपाङ्गानां भङ्गै....
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