जमवाय माता पहले बुढवाय माता कहलाती थी। दुल्हेराय का राजस्थान आने के बाद ही इनका नाम जमवाय माता हुआ।
गरुड के भाई हैं सूर्य का सारथी अरुण। अरुण के पुत्र हैं जटायु और सम्पाति जिनके बारे में रामायण में उल्लेख है। उनकी मां थी श्येनी।
भैरवी मंदिर तेजपुर
भैरवी मंदिर, तेजपुर असम के शक्ति पीठों में से मुख्य है। जा....
Click here to know more..दो प्रकार की विद्याओं के बारे में जानिए- परा और अपरा
चंद्रमौलि दशक स्तोत्र
सदा मुदा मदीयके मनःसरोरुहान्तरे विहारिणेऽघसञ्चयं विदा�....
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