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आपके मंत्रों ने मुझे बहुत प्रभावित किया है। 😊 -नेहा राठौड़
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ॐ ह्लीं फट्
यह एक शक्तिशाली मंत्र है जिसका उपयोग साधनाओं में किया जाता है। 'ॐ' सार्वभौमिक ध्वनि का प्रतिनिधित्व करता है, जो सभी सृष्टि का स्रोत है। 'ह्लीं' एक बीज मंत्र है जो देवी महाकाली से जुड़ा है और दिव्य ऊर्जा और परिवर्तन का प्रतीक है। 'फट्' एक बीज मंत्र है जिसका उपयोग नकारात्मक ऊर्जा और बाधाओं को दूर करने के लिए किया जाता है।
शब्द-दर-शब्द अर्थ:
- ॐ (Om): यह मूल ध्वनि है जो ब्रह्मांड की सृष्टि और परम वास्तविकता का प्रतीक है।
- ह्लीं (Hleem): एक बीज मंत्र जो महाकाली से जुड़ा है, दिव्य शक्ति, परिवर्तन और सुरक्षा का प्रतीक।
- फट् (Phat): एक बीज मंत्र जो नकारात्मक ऊर्जा, बाधाओं और बुरी शक्तियों को नष्ट करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
'ॐ ह्लीं फट्' मंत्र आध्यात्मिक परिवर्तन और सुरक्षा के लिए एक शक्तिशाली साधन है। यह 'ॐ' की सार्वभौमिक ध्वनि, 'ह्लीं' की परिवर्तनकारी ऊर्जा और 'फट्' की रक्षक शक्ति को जोड़ता है। इस मंत्र का जप करने से साधक की ऊर्जा दिव्य शक्ति के साथ संरेखित होती है, जिससे सशक्तिकरण की भावना मिलती है और नकारात्मकता से सुरक्षा होती है।
जप के लाभ
- नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा: यह मंत्र बुरी शक्तियों और नकारात्मक प्रभावों को दूर करता है।
- आध्यात्मिक सशक्तिकरण: यह आंतरिक शक्ति को बढ़ाता है और साधक को दिव्य ऊर्जा से जोड़ता है।
- परिवर्तन और विकास: यह मंत्र व्यक्तिगत विकास में सहायक होता है, बाधाओं को तोड़ता है और आध्यात्मिक परिवर्तन को प्रोत्साहित करता है।
- एकाग्रता और स्पष्टता में वृद्धि: नियमित जप से एकाग्रता और मानसिक स्पष्टता में सुधार होता है।
- भावनात्मक संतुलन: इसकी ध्वनियाँ भावनात्मक स्थिरता और आंतरिक शांति को बढ़ावा देती हैं।
'ॐ ह्लीं फट्' का श्रद्धा और उद्देश्य के साथ जप करने से गहन आध्यात्मिक अनुभव और व्यक्तिगत परिवर्तन हो सकते हैं।
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संजीवनी मंत्र क्या है?
ॐ जूँ सः ईँ सौः हँसः सञ्जीवनि सञ्जीवनि मम हृदयग्रन्थिस्थँ प्राणँ कुरु कुरु सोहँ सौः ईँ सः जूँ ॐ ॐ जूँ सः अमृठोँ नमश्शिवाय ।
हनुमान साठिका का पाठ कब करना चाहिये ?
हनुमान साठिका का पाठ हर दिन और विशेष करके मंगलवार को करना चाहिए । संकटों के निवारण में यह ब्रह्मास्त्र के समान है।