खद्योतो द्योतते तावद् यावन्नोदयते शशी |
उदिते तु सहस्रांशौ न खद्योतो न चन्द्रमाः ||
जुगनू तब तक ही चमकता है जब तक चंद्रोदय नहीं होता | पर सूर्य के उदय होने के बाद चमकता हुआ चंद्रमा भी नहीं चमक पाता | कभी भी अपने आप को सब से बडा न समझें | हमेशा हम से बडा कोई और हो सकता है |
व्रत करने से देवी देवता प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं। जीवन में सफलता की प्राप्ति होती है। मन और इन्द्रियों को संयम में रखने की क्षमता आती है।
विष्णु सहस्रनाम में भगवान विष्णु के १००० नाम हैं। यह ॐ विश्वस्मै नमः से शुरू होकर ॐ सर्वप्रहरणायुधाय नमः में समाप्त होता है।
शुकदेव राजा जनक से पूछते हैं - आप अपने आपको विदेह कैसे कह सकते हैं?
देवगण असुरों के सामने युद्ध में हारने लगे तब उन्होंने देवी माँ से इस स्तुति से प्रार्थना की थी
उमापति स्तोत्र
ब्रह्मोवाच । अथ वृत्ते विवाहे तु भवस्यामिततेजसः । प्रहर....
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