प्रथमे नार्जिता विद्या द्वितीये नार्जितं धनम् |
तृतीये नार्जितं पुण्यं चतुर्थे किं करिष्यति ||
जीवने के पहले खंड में विद्या कमानी चाहिए | जीवन के दूसरे खंड में धन कमाना चाहिए | जीवन के तीसरे खंड में पुण्य कमामा चाहिए | अगर इन समय में यह सब नहीं कमाया तो जीवन के आखरी खंड में क्या होगा?
हनुमान साठिका का पाठ हर दिन और विशेष करके मंगलवार को करना चाहिए । संकटों के निवारण में यह ब्रह्मास्त्र के समान है।
पुरूरवा बुध और इला (सुद्युम्न) का पुत्र है।