शरदि न वर्षति गर्जति वर्षति वर्षासु निःस्वनो मेघः ।
नीचो वदति न कुरुते न वदति साधुः करोत्येव ।।
ठंड के मौसम में मेघ बस गरजता है और बरसता बिलकुल नहीं है । बारिश के मौसम में बिन गरजे मेघ सिर्फ बरसता है । इस प्रकार नीच लोग सिर्फ बोलते रहते हैं और कभी कार्य नहीं करते । साधुजन बोलते नहीं, बस कार्य करते रहते हैं ।
बसंत ऋतु को इंग्लिश में Spring कहते हैं।
तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्
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क्लीं कृष्ण क्लीम्॥....
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