महाजनस्य संसर्गः कस्य नोन्नतिकारकः |
पद्मपत्रस्थितं तोयं धत्ते मुक्ताफलश्रियम् ||
महान् व्यक्तियों का संसर्ग सब का भला करता है | जिस प्रकार से कमल के पत्ते के ऊपर रहता हुआ पानी का बूंद मोती के समान यश को प्राप्त करता उसी प्रकार महान् व्यक्तियों के साथ रहने वाले लोग भी उन के कारण से यश को प्राप्त करते हैं |
जिस स्थान पर श्री रामजी ने अहिल्या को श्राप से मुक्त किया, उसे अहिल्या स्थान के नाम से जाना जाता है। यह बिहार के दरभंगा जिले में अहियारी स्थित है।
इसे आसिपत्रान कहते हैं। इस वन में पेड़ - पौधों के पत्तों के रूप में तलवारें हैं। इन तलवारों से पापी को सताया जाता है।
सालासर बालाजी की चमत्कारी शक्तियाँ
सालासर बालाजी आशीर्वाद देते हैं, मनोकामनाएं पूरी करते है....
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सन्त्वा सिञ्चामि यजुषा प्रजामायुर्धनञ्च। रोचनो रोचमान....
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नमोऽस्तु नीरायणमन्दिराय नमोऽस्तु हारायणकन्धराय। नमोऽ�....
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