गौ माता सुरभि को गोलोक में भगवान श्रीकृष्ण ने अपने शरीर के बाएं हिस्से से उत्पन्न किया। सुरभि के रोम रोम से बछड़ों के साथ करोड़ों में गायें उत्पन्न हुई।
इसे आसिपत्रान कहते हैं। इस वन में पेड़ - पौधों के पत्तों के रूप में तलवारें हैं। इन तलवारों से पापी को सताया जाता है।
ॐ हूं पवननन्दनाय हनुमते स्वाहा....
ॐ हूं पवननन्दनाय हनुमते स्वाहा
शिवोपासना के बारे में कुछ विशेष जानकारी
न कालो दण्डमुद्यम्य शिरः कृन्तति
काल, अपने हाथ से दंड उठाकर किसी के सिर पर नहीं मारता | उस का �....
Click here to know more..मारुति स्तोत्र
ओं नमो वायुपुत्राय भीमरूपाय धीमते| नमस्ते रामदूताय कामर�....
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