116.0K
17.4K

Comments

Security Code

79198

finger point right
यह वेबसाइट अद्वितीय और शिक्षण में सहायक है। -रिया मिश्रा

अच्छा मंत्र, इसकी ऊर्जा महसूस कर रहा हूँ! 😊 -जयप्रकाश कुमार

इस मंत्र से दिल में शांति मिलती है 🕊️ -सारांश शाह

प्रणाम गुरूजी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 -प्रभास

आपके मंत्र हमेशा काम आते हैं। 😊 -अंजू दोशी

Read more comments

Knowledge Bank

श्री रामजी द्वारा अहिल्या का उद्धार स्थल

जिस स्थान पर श्री रामजी ने अहिल्या को श्राप से मुक्त किया, उसे अहिल्या स्थान के नाम से जाना जाता है। यह बिहार के दरभंगा जिले में अहियारी स्थित है।

हिंदू धर्म में आरती क्या है?

आरती करने के तीन उद्देश्य हैं। १. नीरांजन - देवता के अङ्ग-प्रत्यङ्ग चमक उठें ताकि भक्त उनके स्वरूप को अच्छी तरह समझकर अपने हृदय में बैठा सकें। २. कष्ट निवारण - पूजा के समय देवता का भव्य स्वरूप को देखकर उनके ऊपर भक्तों की ही नज़र पड सकती है। छोटे बच्चों की माताएँ जैसे नज़र उतारती हैं, ठीक वैसे ही आरती द्वारा देवता के लिए नज़र उतारी जाती है। ३, त्रुटि निवारण - पूजा में अगर कोई त्रुटि रह गई हो तो आरती से उसका निवारण हो जाता है।

Quiz

भक्तमाल के रचयिता कौन हैं ?

अथ मूर्तिरहस्यम् । ऋषिरुवाच । नन्दा भगवती नाम या भविष्यति नन्दजा । सा स्तुता पूजिता ध्याता वशीकुर्याज्जगत्त्रयम् । कनकोत्तमकान्तिः सा सुकान्तिकनकाम्बरा । देवी कनकवर्णाभा कनकोत्तमभूषणा । कमलाङ्कुशपाशाब्जै�....

अथ मूर्तिरहस्यम् ।
ऋषिरुवाच ।
नन्दा भगवती नाम या भविष्यति नन्दजा ।
सा स्तुता पूजिता ध्याता वशीकुर्याज्जगत्त्रयम् ।
कनकोत्तमकान्तिः सा सुकान्तिकनकाम्बरा ।
देवी कनकवर्णाभा कनकोत्तमभूषणा ।
कमलाङ्कुशपाशाब्जैरलङ्कृतचतुर्भुजा ।
इन्दिरा कमला लक्ष्मीः सा श्री रुक्माम्बुजासना ।
या रक्तदन्तिका नाम देवी प्रोक्ता मयाऽनघ ।
तस्याः स्वरूपं वक्ष्यामि शृणु सर्वभयाऽपहम् ।
रक्ताम्बरा रक्तवर्णा रक्तसर्वाङ्गभूषणा ।
रक्तायुधा रक्तनेत्रा रक्तकेशातिभीषणा ।
रक्ततीक्ष्णनखा रक्तदशना रक्तष्ट्रिका ।
पतिं नारीवानुरक्ता देवी भक्तं भजेज्जनम् ।
वसुधेव विशाला सा सुमेरुयुगलस्तनी ।
दीर्घौ लम्बावतिस्थूलौ तावतीव मनोहरौ ।
कर्कशावतिकान्तौ तौ सर्वानन्दपयोनिधी ।
भक्तान् सम्पाययेद्देवीसर्वकामदुघौ स्तनौ ।
खड्गपात्रं च मुसलं लाङ्गलं च बिभर्ति सा ।
आख्याता रक्तचामुण्डा देवी योगेश्ववरीति च ।
अनया व्याप्तमखिलं जगत्स्थावरजङ्गमम् ।
इमां यः पूजयेद्भक्त्या स व्याप्नोति चराऽचरम् ।
अधीते य इमं नित्यं रक्तदन्त्यावपुःस्तवम् ।
तं सा परिचरेद्देवी पतिं प्रियमिवाङ्गना ।
शाकम्भरी नीलवर्णा नीलोत्पलविलोचना ।
गम्भीरनाभिस्त्रिवलीविभूषिततनूदरी ।
सुकर्कशसमोत्तुङ्गवृत्तपीनघनस्तनी ।
मुष्टिं शिलीमुखैः पूर्णं कमलं कमलालया ।
पुष्पपल्लवमूलादिफलाढ्यं शाकसञ्चयम् ।
काम्यानन्तरसैर्युक्तं क्षुत्तृण्मृत्युजराऽपहम् ।
कार्मुकं च स्फुरत्कान्तिबिभ्रति परमेश्वरी ।
शाकम्भरी शताक्षी स्यात् सैव दुर्गा प्रकीर्तिता ।
शाकम्भरीं स्तुवन् ध्यायन् जपन् सम्पूजयन् नमन् ।
अक्षय्यमश्नुते शीघ्रमन्नपानादि सर्वशः ।
भीमाऽपि नीलवर्णा सा दंष्ट्रादशनभासुरा ।
विशाललोचना नारी वृत्तपीनघनस्तनी ।
चन्द्रहासं च डमरुं शिरःपात्रं च बिभ्रती ।
एकवीरा कालरात्रिः सैवोक्ता कामदा स्तुता ।
तेजोमण्डलदुर्धर्षा भ्रामरी चित्रकान्तिभृत् ।
चित्रभ्रमरसङ्काशा महामारीति गीयते ।
इत्येता मूर्तयो देव्या व्याख्याता वसुधाधिप ।
जगन्मातुश्चण्डिकायाः कीर्तिताः कामधेनवः ।
इदं रहस्यं परमं न वाच्यं यस्य कस्यचित् ।
व्याख्यानं दिव्यमूर्तीनामभीश्वावहितः स्वयम् ।
देव्या ध्यानं तवाऽऽख्यातं गुह्याद्गुह्यतरं महत् ।
तस्मात् सर्वप्रयत्नेन सर्वं कामफलप्रदम् ।
मार्कण्डेयपुराणेऽखिलांशे मूर्तिरहस्यम् ।
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं सप्तशतिचण्डिके उत्कीलनं कुरु कुरु स्वाहा।

Other languages: EnglishTamilMalayalamTeluguKannada

Recommended for you

कृष्ण भक्ति बढ़ाने के लिए मंत्र

कृष्ण भक्ति बढ़ाने के लिए मंत्र

ॐ गोपीरमणाय स्वाहा....

Click here to know more..

नौकरी पाने और सुरक्षित करने के लिए प्राचीन शाबर मंत्र

नौकरी पाने और सुरक्षित करने के लिए प्राचीन शाबर मंत्र

यह शाबर मंत्र आपको जल्दी नौकरी पाने और नौकरी को सुरक्षित �....

Click here to know more..

कमला स्तोत्र

कमला स्तोत्र

सर्ववेदागमज्ञानपारगां परमेश्वरीम्| दुष्टकष्टप्रदां व�....

Click here to know more..