आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः ।
नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कुर्वाणो नावसीदति ।।

 

आलस मनुष्यों को सबसे बडा शत्रु होता है । और मेहनत मनुष्यों का सबसे बडा मित्र होता है । जो मनुष्य मेहनत करता है वह कभी भी उपेक्षित नहीं होता ।

 

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हनुमान जी का नाम हनुमान क्यों पड़ा?

अंजनी पुत्र भूखे थे और आकाश में सूर्य को देखा। उनको लगा कि वह कोई फल होगा और सूर्य की ओर कूदा। यह देखकर इन्द्र को लगा कि सूर्य पर कोई आक्रमण कर रहा है। इन्द्र ने बजरंगबली के हनु (जबडे) पर वज्र से प्रहार किया। उस घाव का चिह्न जबडे पर होने के कारण वे हनुमान कहलाने लगे।

पुरूरवा कौन है?

पुरूरवा बुध और इला (सुद्युम्न) का पुत्र है।

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हनुमान चालीसा किस बोली में लिखी गई है ?

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