वाणी रसवती यस्य यस्य श्रमवती क्रिया|
लक्ष्मी दानवती यस्य सफलं तस्य जीवनम्|

 

जो मधुर मधुर वचन बोलता हो, जो हर काम में मेहनत करता हो, और जो अपने हाथ में आये धन में अधिकतर भाग दूसरों को दान करता हो, उस का जीवम सफल और परिपूर्ण माना जाता है|

 

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आपका प्रयास सराहनीय है,आप सनातन संस्कृति को उन्नति के शिखर पर ले जा रहे हो हमारे जैसे अज्ञानी भी आप के माध्यम से इन दिव्य श्लोकों का अनुसरण कर अपने जीवन को सार्थक बनाने में लगे हैं🙏🙏🙏 -User_soza7d

आप लोग वैदिक गुरुकुलों का समर्थन करके हिंदू धर्म के पुनरुद्धार के लिए महान कार्य कर रहे हैं -साहिल वर्मा

सनातन धर्म के भविष्य के प्रति आपकी प्रतिबद्धता अद्भुत है 👍👍 -प्रियांशु

आपकी वेबसाइट अद्वितीय और शिक्षाप्रद है। -प्रिया पटेल

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 -मदन शर्मा

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