भगवान शिव घोर तपस्या कर रहे थे। उनका शरीर गर्म हो गया और उनके पसीने से नर्मदा नदी अस्तित्व में आई। नर्मदा को शिव की पुत्री माना जाता है।
हनुमान चालीसा गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित एक भक्ति गीत है जो हनुमान स्वामी के गुणों और कार्यों का महिमामंडन करता है। आप सुरक्षा, साहस और आशीर्वाद की आवश्यकता के समय या दैनिक दिनचर्या के हिस्से के रूप में इसका पाठ कर सकते हैं।
ॐ अश्वध्वजाय विद्महे पाशहस्ताय धीमहि। तन्नः सूर्यः प्रचोदयात्।।....
ॐ अश्वध्वजाय विद्महे पाशहस्ताय धीमहि।
तन्नः सूर्यः प्रचोदयात्।।