167.2K
25.1K

Comments

Security Code

44745

finger point right
वेदधारा का प्रभाव परिवर्तनकारी रहा है। मेरे जीवन में सकारात्मकता के लिए दिल से धन्यवाद। 🙏🏻 -Anjana Vardhan

वेदधारा का कार्य सराहनीय है, धन्यवाद 🙏 -दिव्यांशी शर्मा

आपकी वेबसाइट से बहुत कुछ सीखने को मिलता है।🙏 -आर्या सिंह

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 -मदन शर्मा

😊😊😊 -Abhijeet Pawaskar

Read more comments

Knowledge Bank

अनाहत चक्र के गुण और स्वरूप क्या हैं?

अनाहत चक्र में बारह पंखुडियां हैं। इनमें ककार से ठकार तक के वर्ण लिखे रहते हैं। यह चक्र अधोमुख है। इसका रंग नीला या सफेद दोनों ही बताये गये है। इसके मध्य में एक षट्कोण है। अनाहत का तत्त्व वायु और बीज मंत्र यं है। इसका वाहन है हिरण। अनाहत में व्याप्त तेज को बाणलिंग कहते हैं।

कोल बन गया अलीगढ़

अलीगढ़ का मूल नाम कोल (कोइल) था। यह नाम बलराम ने रखा था जब उन्होंने यहां कोल नामक असुर को हराया था। कोल बाद में अलीगढ़ बन गया।

Quiz

इन में से प्रस्थानत्रयी के अन्तर्गत ग्रन्थ कौन सा नहीं है ?

Recommended for you

छोटी बातों की उपेक्षा करने से वे बड़ी आपत्तियों के कारण हो सकती हैं

छोटी बातों की उपेक्षा करने से वे बड़ी आपत्तियों के कारण हो सकती हैं

छोटी बातों को नजरअंदाज करने से बडी आपत्तियां हो सकती है। �....

Click here to know more..

भक्त को दैनिक तौर पर क्या क्या करना चाहिए?

 भक्त को दैनिक तौर पर क्या क्या करना चाहिए?

Click here to know more..

ललिता पंचक स्तोत्र

ललिता पंचक स्तोत्र

प्रातः स्मरामि ललितावदनारविन्दं बिम्बाधरं पृथुलमौक्त�....

Click here to know more..