जय जय जग जननी देवी
सुर नर मुनि असुर सेवी
भक्ति मुक्ति दायिनी
भय हरणी कालिका
मंगल मुद सिद्धि सदनी
पर्व शर्वरिश वदनी
ताप तिमिर तरुण तरणि किरण मालिका
वर्म चर्म कर कृपाण
शूल शेल धनुष बाण
धरणि धरणि दानव दल रण करालिका
पूतना पिशाच प्रेत डाकिनी शाकिनि समेत
भूत ग्रह बेताल खग मृगाल जालिका
जय महेश भामिनी अनेक रूप नामिनी
जय महेश भामिनी अनेक रूप नामिनी
समस्त लोक स्वामिनी हिम शैल बालिका
रघुपति पद परम प्रेम तुलसी यह अचल नेम
देहु ह्वै प्रसन्न पाहि प्रणत पालिका
जय जय जग जननी देवी
सुर नर मुनि असुर सेवी
भक्ति मुक्ति दायिनी
भय हरणी कालिका
जमवाई माता कछवाहा वंश की कुलदेवी है। कछवाहा वंश राजपूतों की एक उपजाति और सूर्यवंशी है।
हनुमान जी बालाजी के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा तिरुपति वेंकटेश्वर स्वामी भी बालाजी नाम से जाने जाते हैं।