मोक्षदा एकादशी अगहन मास (मार्गशीर्ष) के शुक्ल पक्ष में पड़ती है । इसके बारे में यह कथा प्रसिद्ध है कि गोकुल में वैखानस नाम के एक राजा रहते थे। वह अपनी प्रजा को पुत्र समान पालते थे । एक दिन राजा ने स्वप्न में देखा कि उनके पिता नरक में पड़े हैं और उनसे कह रहे हैं कि मेरा उद्धार करो। इसे देखकर उन्हें बड़ा दुख हुश्रा, श्रौर उन्होंने प्रातः काल उठकर अपने दरबार के पण्डितों को अपने स्वप्न के बारे में बताया । पण्डितों ने राय दी कि थोड़ी ही दूर पर पर्वत ऋषि का श्राश्रम है, वहाँ जाकर उनसे सब वृत्तान्त कहना चाहिए।

राजा पर्वत ऋषि के श्राश्रम को पधारे और ऋषि के समक्ष जाकर दण्डवत् किया । ऋषि ने राजा से उनके आने का कारण पूछा। राजा ने अपने स्वप्न की कथा सुनाई। इस पर थोड़ी देर तक ऋषि ने आंख बन्द करके ध्यान किया और राजा के पितरों की श्रधोगति के कारण को जान गए । आंखें खोल कर ऋषि ने कहा कि तुम्हारे पिता की अधोगति को प्राप्त होने का कारण मैं जान गया हूं । वह यह है कि तुम्हारे पिता के पूर्वजन्म में दो स्त्रियाँ थीं। वह उनमें से एक का मान तो वहुत रखता था, किन्तु 

दूसरी का ज़रा भी नहीं। उससे केवल विवाह कर लिया था, किन्तु उसके साथ पति का व्यवहार नहीं करता था।

उस काम पीड़िता स्त्री के शाप से तुम्हारा पिता नरक-गामी हो गया है । राजा ने इस पर ऋषि से इस पाप के निवारण का उपाय पूछा। उन्होंने कहा कि अगहन महीने के शुक्ल पक्ष में मोक्षदा नाम की एकादशी होती है । उस एकादशी में विधिपूर्वक व्रत करो, तब तुम्हारे पिता का पाप नष्ट हो सकता है। राजा ने अपने नगर मैं आकर मोक्षदा एकादशी का व्रत किया, जिसके प्रभाव से उसके पिता नरक से स्वर्ग चले गए ।

 

91.5K
13.7K

Comments

Security Code

36745

finger point right
सत्य सनातन की जय हो💐💐💐 -L R Sharma

शास्त्रों पर स्पष्ट और अधिकारिक शिक्षाओं के लिए गुरुजी को हार्दिक धन्यवाद -दिवाकर

शास्त्रों पर गुरुजी का मार्गदर्शन गहरा और अधिकारिक है 🙏 -Ayush Gautam

आप जो अच्छा काम कर रहे हैं उसे जानकर बहुत खुशी हुई -राजेश कुमार अग्रवाल

सनातन धर्म के भविष्य के लिए वेदधारा के नेक कार्य से जुड़कर खुशी महसूस हो रही है -शशांक सिंह

Read more comments

Knowledge Bank

क्या गाय का दूध पीना पाप है?

नहीं। क्यों कि गाय अपने बछडे को जितना चाहिए उससे कई गुना दूध उत्पन्न करती है। गाये के दूध के तीन हिस्से होते हैं - वत्सभाग, देवभाग और मनुष्यभाग। वत्सभाग अपने बछडे के लिए, देवभाग पूजादियों में उपयोग के लिए और मनुष्यभाग मानवों के उपयोग के लिए।

वेद व्यास जी के माता-पिता कौन हैं ?

पराशर महर्षि वेद व्यास जी के पिता हैं । उनकी माता का नाम है सत्यवती ।

Quiz

ज्योतिष में ग्रहों का राजा कौन है ?

Recommended for you

शक्ति के लिए हनुमान मंत्र

शक्ति के लिए हनुमान मंत्र

ॐ नमो भगवते आञ्जनेयाय महाबलाय स्वाहा....

Click here to know more..

शेषनाग कहां रहते हैं?

शेषनाग कहां रहते हैं?

जानिए - शेषनाग कहां रहते हैं और भूमि को अपने फणों के ऊपर कब ....

Click here to know more..

दुर्गा प्रणति पंचक स्तोत्र

दुर्गा प्रणति पंचक स्तोत्र

त्वं पद्मास्या हसितमधुरं सौरभं तन्वती स्वं मोहस्तोमं ह�....

Click here to know more..