भगवान शिव में विलय हो जाने को शिव योग कहते हैं। कोई भी व्यक्ति जिसका भगवान शिव में विलय हो चुका है या इसके लिए बताये गये अभ्यास का आचरण कर रहा है, वह है शिव योगी।
शास्त्रों ने शिव जी पर कुछ फूलों के चढ़ाने से मिलनेवाले फल का तारतम्य बतलाया है, जैसे दस सुवर्ण-मापके बराबर सुवर्ण-दानका फल एक आक के फूल को चढ़ाने से मिल जाता है। हजार आकके फूलों की अपेक्षा एक कनेर का फूल, हजार कनेर के फूलों के चढ़ाने की अपेक्षा एक बिल्वपत्र से फल मिल जाता है और हजार बिल्वपत्रों की अपेक्षा एक गूमाफूल (द्रोण-पुष्प) होता है। इस तरह हजार गूमा से बढ़कर एक चिचिडा, हजार चिचिडों- (अपामार्गों ) से बढ़कर एक कुश फूल, हजार कुश- पुष्पों से बढ़कर एक शमी का पत्ता, हजार शमी के पत्तों से बढ़कर एक नीलकमल, हजार नीलकमलों से बढ़कर एक धतूरा, हजार धतूरों से बढ़कर एक शमी का फूल होता है। अन्त में बतलाया है कि समस्त फूलोंकी जातियोंमें सब से बढ़कर नीलकमल होता है ।
भगवान सिर्फ भक्तों के लिए हैं बाकी अपने कर्म के फल को भुगतते हैं
दुर्गा सप्तशती - अध्याय २
ॐ अस्य मध्यमचरित्रस्य विष्णु-र्ऋषिः । महालक्ष्मीर्देव�....
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षडाननं कुङ्कुमरक्तवर्णं महामतिं दिव्यमयूरवाहनम्। रुद�....
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