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वेदधारा की वजह से मेरे जीवन में भारी परिवर्तन और सकारात्मकता आई है। दिल से धन्यवाद! 🙏🏻 -Tanay Bhattacharya

आपकी सेवा से सनातन धर्म का भविष्य उज्ज्वल है 🌟 -mayank pandey

वेदधारा का प्रभाव परिवर्तनकारी रहा है। मेरे जीवन में सकारात्मकता के लिए दिल से धन्यवाद। 🙏🏻 -Anjana Vardhan

मेरे जीवन में सकारात्मकता लाने के लिए दिल से शुक्रिया आपका -Atish sahu

इस परोपकारी कार्य में वेदधारा का समर्थन करते हुए खुशी हो रही है -Ramandeep

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गरुड़ और सांप की दुश्मनी क्यों है?

गरुड की मां है विनता। सांपों की मां है कद्रू। विनता और कद्रू बहनें हैं। एक बार, कद्रू और उनके पुत्र सांपों ने मिलकर विनता को बाजी में धोखे से हराया। विनता को कद्रू की दासी बनना पडा और गरुड को भी सांपों की सेवा करना पडा। इसलिए गरुड सांपों के दुश्मन बन गये। गरुड ने सांपों को स्वर्ग से अमृत लाकर दिया और दासपना से मुक्ति पाया। उस समय गरुड ने इन्द्र से वर पाया की सांप ही उनके आहार बनेंगे।

ऋषि अगस्त्य ने कुबेर को श्राप क्यों दिया?

कुबेर अपने सहायक मणिमान के साथ आकाश मार्ग से कुशावती जा रहे थे। वे देवताओं द्वारा आयोजित मंत्रोच्चार में सम्मिलित होने जा रहे थे। रास्ते में मणिमान ने कालिंदी नदी के किनारे ध्यान कर रहे अगस्त्य के सिर पर थूक दिया। क्रोधित होकर अगस्त्य ने उन्हें श्राप दिया। उन्होंने कहा कि मणिमान और कुबेर की सेना एक मानव द्वारा मारे जाएंगे। कुबेर उनकी मृत्यु पर शोक करेंगे, लेकिन उस मानव को देखने के बाद वह श्राप से मुक्त हो जाएंगे। बाद में भीमसेन सौं‍गंधिक पुष्प की खोज में गंधमादन पर्वत पहुंचे। वहां उन्होंने मणिमान और कुबेर के सैनिकों को मारा। इसके बाद भीमसेन ने कुबेर से मुलाकात की, और कुबेर श्राप से मुक्त हो गए।

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यज्ञों में यजुर्वेदी ऋत्विक का नाम क्या है ?

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