फट् दुःस्वप्नदोषान् जहि जहि फट् स्वाहा - यह मंत्र बोलकर सोने से बुरे सपने नहीं आएंगे।
महायोगी गोरखनाथ जी के अनुसार अनाहत चक्र और उसमें स्थित बाणलिंग पर प्रतिदिन ४८०० सांस लेने के समय तक (५ घंटे २० मिनट) ध्यान करने से यह जागृत हो जाता है।
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
दुर्गा सप्तशती संपूर्ण पाठ - अर्थ सहित
वह असुर रणभूमि में देवी के ऊपर इस प्रकार बाणों की वर्षा कर....
Click here to know more..कवित्व दायक सरस्वती स्तोत्र
शारदां श्वेतवर्णां च शुभ्रवस्त्रसमन्विताम् । कमलासनसं�....
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