१. चोदक - जो योग में उतरने के लिए प्रेरणा देते हैं २. बोधक - जो योगाभ्यास सिखाते हैं ३. मोक्षद - जो अपने शिष्य को मोक्ष तक पहुंचाते हैं।
गंधमादन वह पर्वत है जहाँ बदरिकाश्रम और नर-नारायण आश्रम स्थित हैं। (महाभारत.वनपर्व.141.22-23)
किसी भी कार्य में यदि दुर्जन विघ्न डाले तो समझ लेना कि वह कार्य उत्तम और परिपूर्ण है
शिवलिंग की ऊंचाई के बारे में कुछ विशेष जानकारी
गरुड गमन तव
गरुडगमन तव चरणकमलमिह मनसि लसतु मम नित्यम्। मम तापमपाकुर�....
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