सपने में गोदर्शन का फल शास्त्रों में इस प्रकार बताया गया है -
दर्शन |
फल |
गौ या बैल |
कल्याण, रोग से मुक्ति, परिवार की प्रगति |
गौ के थन को चूसते हुए |
श्रेष्ठता की प्राप्ति |
गायों के बीच बैल पर सवारी करते हुए |
उत्तम |
घी से युक्त खीर का भोजन करना |
अधिकार और स्थान की प्राप्ति |
ताजा दूध पीना |
सुख भोग की प्राप्ति |
दही देखना |
प्रसन्नता |
दही मिलना | धन की प्राप्ति |
दही खाते हुए | यश की प्राप्ति |
घी खाते हुए | यश की प्राप्ति |
बैल गाडी पर सवार करना | धन की प्राप्ति |
कृष्णा (काली) गौ | शुभ |
दही भात का भोजन करते हुए | कार्य सिद्धि |
बैल पर सवार करना | द्रव्य लाभ, व्याधि नाश |
यात्रारंभ में दूध और दही का दीखना | शुभ, सफलता |
कर्ण का असली पिता थे सूर्यदेव। माता थी कुंती। अधिरथ - राधा दंपती ने कर्ण को पाल पोसकर बडा किया।
राजा भरत पाडवों के पूर्वज थे। शकुंतला उनकी मां थी।
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