जब हृदय में ईश्वर का प्रेम बसता है, तो अहंकार, घृणा और इच्छाएं भाग जाते हैं, और केवल शांति और पवित्रता शेष रह जाती है।
ॐ आद भैरव, जुगाद भैरव। भैरव है सब थाई भैरों ब्रह्मा । भैरों विष्ण, भैरों ही भोला साईं । भैरों देवी, भैरों सब देवता । भैरों सिद्धि भैरों नाथ भैरों गुरु । भैरों पीर, भैरों ज्ञान, भैरों ध्यान, भैरों योग-वैराग भैरों बिन होय, ना रक्षा, भैरों बिन बजे ना नाद। काल भैरव, विकराल भैरव । घोर भैरों, अघोर भैरों, भैरों की महिमा अपरम्पार श्वेत वस्त्र, श्वेत जटाधारी । हत्थ में मुगदर श्वान की सवारी। सार की जंजीर, लोहे का कड़ा। जहाँ सिमरुँ, भैरों बाबा हाजिर खड़ा । चले मन्त्र, फुरे वाचा देखाँ, आद भैरो ! तेरे इल्मी चोट का तमाशा ।
कुंडेश्वर महादेव, टीकमगढ़, मध्य प्रदेश
१५वीं शताब्दि में धन्ती नाम की एक खटकिन को इस कुंड में स्थ....
Click here to know more..एक अनोखा मंदिर जो मानसून की भविष्यवाणी करता है
नमो नमो भारताम्बे
नमो नमो भारताम्बे सारस्वतशरीरिणि । नमोऽस्तु जगतां वन्द�....
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