174.9K
26.2K

Comments

Security Code

90298

finger point right
वेदधारा का कार्य अत्यंत प्रशंसनीय है 🙏 -आकृति जैन

यह वेबसाइट बहुत ही उपयोगी और ज्ञानवर्धक है।🌹 -साक्षी कश्यप

आपकी वेबसाइट अद्वितीय और शिक्षाप्रद है। -प्रिया पटेल

वेद धारा समाज के लिए एक महान सीख औऱ मार्गदर्शन है -Manjulata srivastava

हम हिन्दूओं को एकजुट करने के लिए यह मंच बहुत ही अच्छी पहल है इससे हमें हमारे धर्म और संस्कृति से जुड़कर हमारा धर्म सशक्त होगा और धर्म सशक्त होगा तो देश आगे बढ़ेगा -भूमेशवर ठाकरे

Read more comments

Knowledge Bank

इन परिस्थितियों में, सूतक (मृत्यु या जन्म के कारण अशुद्धि) लागू नहीं होती

यदि ये समारोह पहले ही शुरू हो चुके हैं, तो अशुद्धि की खबर आने पर इन्हें बंद करने की आवश्यकता नहीं है - उपनयन, यज्ञ, विवाह, श्राद्ध, हवन, पूजा, जाप। लेकिन यदि खबर समारोह शुरू होने से पहले आती है, तो शुरू नहीं करना चाहिए।

गृह्यसूत्र

गृह्यसूत्र वेदों का एक हिस्सा है, जिसमें परिवार और घरेलू जीवन से संबंधित संस्कारों, अनुष्ठानों, और नियमों का विवरण होता है। यह वैदिक काल के सामाजिक और धार्मिक जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को दर्शाता है। गृह्यसूत्रों में विभिन्न प्रकार के संस्कारों का वर्णन है, जैसे कि जन्म, नामकरण, अन्नप्राशन (पहली बार अन्न ग्रहण करना), उपनयन (यज्ञोपवीत संस्कार), विवाह, और अंत्येष्टि (अंतिम संस्कार) आदि। ये संस्कार जीवन के प्रत्येक महत्वपूर्ण चरण को चिह्नित करते हैं। प्रमुख गृह्यसूत्रों में आश्वलायन गृह्यसूत्र, पारस्कर गृह्यसूत्र, और आपस्तंब गृह्यसूत्र शामिल हैं। ये ग्रंथ विभिन्न ऋषियों द्वारा रचित हैं और विभिन्न वैदिक शाखाओं से संबंधित हैं।गृह्यसूत्रों का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है क्योंकि ये न केवल व्यक्तिगत जीवन के संस्कारों का विवरण प्रदान करते हैं बल्कि समाज में धार्मिक और नैतिक मानकों की स्थापना भी करते हैं।

Quiz

भस्म बनाते समय किस मंत्र का उच्चार करते हैं?

Recommended for you

अथर्ववेद का गो सूक्त

अथर्ववेद का गो सूक्त

Click here to know more..

भूमि से संबंधित व्यापार में सफलता के लिए मंत्र

भूमि से संबंधित व्यापार में सफलता के लिए मंत्र

क्षेत्रपालाय विद्महे क्षेत्रस्थिताय धीमहि तन्नः क्षेत�....

Click here to know more..

राजाराम दशक स्तोत्र

राजाराम दशक स्तोत्र

महावीरं शूरं हनूमच्चित्तेशम्। दृढप्रज्ञं धीरं भजे नित्....

Click here to know more..