धनु राशि के १३ अंश २० कला से २६अंश ४० कला तक जो नक्षत्र व्याप्त है उसे पूर्वाषाढा कहते हैं।
वैदिक खगोल विज्ञान में यह बीसवां नक्षत्र है।
आधुनिक खगोल विज्ञान के अनुसार पूर्वाषाढा नक्षत्र को δ Kaus Media and ε Kaus Australis Sagittarii कहते हैं।
पूर्वाषाढा नक्षत्र में जन्म लेने वालों की विशेषताएं -
पूर्वाषाढा नक्षत्र में जन्म लेने वालों को इन दिनों महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए और इन नक्षत्रों में जन्मे लोगों के साथ भागीदारी नहीं करना चाहिए।
पूर्वाषाढा नक्षत्र में जन्म लेने वालों को इन स्वास्थ्य से संबन्धित समस्याओं की संभावना है-
पूर्वाषाढा नक्षत्र में जन्म लेने वालों के लिए कुछ अनुकूल व्यवसाय-
हां।
हीरा।
सफेद, पीला।
पूर्वाषाढा नक्षत्र के लिए अवकहडादि पद्धति के अनुसार नाम का प्रारंभिक अक्षर हैं-
नामकरण संस्कार के समय रखे जाने वाले पारंपरिक नक्षत्र-नाम के लिए इन अक्षरों का उपयोग किया जा सकता है।
शास्त्र के अनुसार नक्षत्र-नाम के अलावा एक व्यावहारिक नाम भी होना चाहिए जो रिकॉर्ड में आधिकारिक नाम रहेगा। उपरोक्त प्रणाली के अनुसार रखे जाने वाला नक्षत्र-नाम केवल परिवार के करीबी सदस्यों को ही पता होना चाहिए।
पूर्वाषाढा नक्षत्र में जन्म लेने वालों के व्यावहारिक नाम इन अक्षरों से प्रारंभ न करें - उ, ऊ, ऋ, ष, ए, ऐ, ह, च, छ, ज, झ।
पूर्वाषाढा में जन्मे लोग मृदु और सौम्य होकर एक अच्छे जीवनसाथी बन सकते हैं।
विवाह में महिलाओं को कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
पूर्वाषाढा नक्षत्र में जन्म लेने वालों के लिए चन्द्र, शनि, और राहु की दशाएं आमतौर पर प्रतिकूल होती हैं।
वे निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं।
ॐ अद्भ्यो नमः
पद्म पुराण पाताल खंड में संतान प्राप्ति के लिए तीन उपाय बताये गये हैं- भगवान विष्णु का प्रसाद, भगवान शंकर का प्रसाद और गौ माता का प्रसाद।
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