तुला राशि के ६ अंश ४० कला से २० अंश तक जो नक्षत्र व्याप्त है उसे स्वाती (स्वाति) कहते हैं। 

वैदिक खगोल विज्ञान में यह पन्द्रहवां नक्षत्र है। 

आधुनिक खगोल विज्ञान के अनुसार स्वाती नक्षत्र को Arcturus कहते हैं।

व्यक्तित्व और विशेषताएं

स्वाती नक्षत्र में जन्म लेने वालों की विशेषताएं -

प्रतिकूल नक्षत्र

स्वाती नक्षत्र में जन्म लेने वालों को इन दिनों महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए और इन नक्षत्रों में जन्मे लोगों के साथ भागीदारी नहीं करना चाहिए। 

स्वास्थ्य

स्वाती नक्षत्र में जन्म लेने वालों को इन स्वास्थ्य से संबन्धित समस्याओं की संभावना है-

व्यवसाय

स्वाती नक्षत्र में जन्म लेने वालों के लिए कुछ अनुकूल व्यवसाय-

क्या स्वाती नक्षत्र वाला व्यक्ति हीरा धारण कर सकता है?

अनुकूल है। 

भाग्यशाली रत्न

गोमेद

अनुकूल रंग

काला, सफेद, हल्का नीला। 

स्वाती नक्षत्र में जन्मे बच्चे का नाम

स्वाती नक्षत्र के लिए अवकहडादि पद्धति के अनुसार नाम का प्रारंभिक अक्षर हैं-

नामकरण संस्कार के समय रखे जाने वाले पारंपरिक नक्षत्र-नाम के लिए इन अक्षरों का उपयोग किया जा सकता है।

शास्त्र के अनुसार नक्षत्र-नाम के अलावा एक व्यावहारिक नाम भी होना चाहिए जो रिकॉर्ड में आधिकारिक नाम रहेगा। उपरोक्त प्रणाली के अनुसार रखे जाने वाला नक्षत्र-नाम केवल परिवार के करीबी सदस्यों को ही पता होना चाहिए।

स्वाती नक्षत्र में जन्म लेने वालों के व्यावहारिक नाम इन अक्षरों से प्रारंभ न करें - य, र, ल, व, उ, ऊ, ऋ, ष, अं, अः, क्ष।

वैवाहिक जीवन

स्वाति नक्षत्र में जन्मी स्त्रियों को आरामदायक और सफल वैवाहिक जीवन प्राप्त होगा। 

पुरुषों को शराब जैसी बुरी आदतों से दूर रहना चाहिए। 

उपाय

स्वाती नक्षत्र में जन्म लेने वालों के लिए सूर्य, शनि और केतु की दशाएं आमतौर पर प्रतिकूल होती हैं। 

वे निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं।

मंत्र

ॐ वायवे नमः 

स्वाती नक्षत्र

 

128.7K
19.3K

Comments

Security Code

97027

finger point right
आपकी मेहनत से सनातन धर्म आगे बढ़ रहा है -प्रसून चौरसिया

आप जो अच्छा काम कर रहे हैं, उसे देखकर बहुत खुशी हुई 🙏🙏 -उत्सव दास

वेद पाठशालाओं और गौशालाओं का समर्थन करके आप जो प्रभाव डाल रहे हैं उसे देखकर खुशी हुई -समरजीत शिंदे

आपकी वेबसाइट जानकारी से भरी हुई और अद्वितीय है। 👍👍 -आर्यन शर्मा

शास्त्रों पर स्पष्ट और अधिकारिक शिक्षाओं के लिए गुरुजी को हार्दिक धन्यवाद -दिवाकर

Read more comments

Knowledge Bank

व्यास जी का पुत्र कौन है ?

शुकदेव

भीष्माचार्य किसके अवतार थे?

भीष्माचार्य अष्ट-वसुओं में से एक के अवतार थे।

Quiz

लंका के उस वैद्य का क्या नाम था जिसने लक्ष्मणजी को बेहोशी से जगाया ?

Recommended for you

श्री हरी द्वारा शुक्रमाता की हत्या

श्री हरी द्वारा शुक्रमाता की हत्या

Click here to know more..

आशीर्वाद के लिए सुब्रह्मण्य षडक्षर मंत्र

आशीर्वाद के लिए सुब्रह्मण्य षडक्षर मंत्र

ॐ शरवण भव​ ॥....

Click here to know more..

रसेश्वर अष्टक स्तोत्र

रसेश्वर अष्टक स्तोत्र

भक्तानां सर्वदुःखज्ञं तद्दुःखादिनिवारकम्| पातालजह्नु�....

Click here to know more..