जो लोग नियमित रूप से रामचरितमानस का पाठ करते हैं, वे श्रीराम जी की कृपा के पात्र हो जाते हैं। उन्हें जीवन में खुशहाली, समृद्धि और शान्ति की प्राप्ति होती हैं। रामचरितमानस पढ़ने से अपार आध्यात्मिक और मानसिक लाभ होता है। यह स्वास्थ्य, धन और खतरों से सुरक्षा देता है और एकाग्रता शक्ति को बढ़ाता है।
व्यासजी ने १८ पर्वात्मक एक पुराणसंहिता की रचना की। इसको लोमहर्षण और उग्रश्रवा ने ब्रह्म पुराण इत्यादि १८ पुराणों में विभजन किया।
वापीतटे वामभागे वामदेवस्य देवी स्थिता वन्द्यमाना। मान्या वरेण्या वदन्या पाहि गर्भस्थजन्तून् तथा भक्तलोकान्। श्रीगर्भरक्षापुरे या दिव्यसौन्दर्ययुक्ता सुमङ्गल्यगात्री। धात्री जनीत्री जनानां दिव्यरूपां दयार्द्र....
वापीतटे वामभागे वामदेवस्य देवी स्थिता वन्द्यमाना।
मान्या वरेण्या वदन्या पाहि गर्भस्थजन्तून् तथा भक्तलोकान्।
श्रीगर्भरक्षापुरे या दिव्यसौन्दर्ययुक्ता सुमङ्गल्यगात्री।
धात्री जनीत्री जनानां दिव्यरूपां दयार्द्रां मनोज्ञां भजे त्वाम्।
आषाढमासे सुपुण्ये शुक्रवारे सुगन्धेन गन्धेन लिप्ताम्।
दिव्याम्बराकल्पवेषां वाजपेयादियज्ञेषु भक्त्या सुदृष्टाम्।
कल्याणधात्रीं नमस्ये वेदिकां च स्त्रियो गर्भरक्षाकरीं त्वाम्।
बालैः सदा सेविताङ्घ्रिं गर्भरक्षार्थमारादुपैतु प्रपीठम्।
ब्रह्मोत्सवे विप्रवेद्यां वाद्यघोषेण तुष्टां रथे सन्निविष्टाम्।
सर्वार्थदात्रीं भजेहं देववृन्दैरपीऽड्यां जगन्मातरं त्वाम्।
एतत्कृतं स्तोत्ररत्नं गर्भरक्षार्थमातृप्तबालाम्बिकायाः।
नित्यं पठेद्यस्तु भक्त्या पुत्रपौत्रादिभाग्यं भवेत्तस्य नित्यम्।
श्रीदेविमातर्नमस्ते।
वसुधैव कुटुम्बकम्
यह व्यक्ति अपना है और यह व्यक्ति पराया है, ऐसी सोच छोटे लो�....
Click here to know more..वृन्दावन की अधिष्ठात्री देवी वृन्दा
अरुणाचलेश्वर अष्टोत्तर शतनामावलि
ॐ अखण्डज्योतिस्वरूपाय नमः ॥ १ ॐ अरुणाचलेश्वराय नमः । ॐ आ�....
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